Goat Farming Business Plan। Quality 1 Business।10 बकरियों से शुरू करें लाखों की कमाई
नमस्कार दोस्तों, Goat Farming Business Plan। Quality 1 Business।10 बकरियों से शुरू करें लाखों की कमाई। इस ब्लॉग में आपका स्वागत है।

क्या आप कम इन्वेस्टमेंट में ज़्यादा मुनाफे वाला बिजनेस ढूंढ रहे हैं?
तो बकरी पालन (Goat Farming) आपके लिए एक जबरदस्त ऑप्शन हो सकता है। आज हम Goat Farming Business Plan इस आर्टिकल में बात करेंगे कैसे सिर्फ 10 बकरियों से आप बकरी पालन का बिजनेस शुरू करके ₹8,000–₹10,000 प्रति बकरी मुनाफा कमा सकते हैं, और किस तरह हरियाणा के एक गांव से राकेश कुमार ने 29 बकरियों से शुरू करके 350 बकरियों का फार्म तैयार कर दिया। ये कोई सीधी-साधी बात नहीं है। तो चलो देखते है।
टॉप हाइलाइट्स
आप पहले 10 बकरियों से शुरुआत कर सकते हो। पर इसको शुरू करने के लिए आपको कम से कम ₹2–2.5 लाख की इन्वेस्टमेंट लगेगी।
एक बकरी के हिसाब देखते हो तो 6 महीने की फीडिंग लागत आपको ₹3000 से ₹4000 तक लग सकते है।
6 महीने में बकरी का ज़न 30 किलोग्राम तक होता है।
आप हर एक बकरी को ₹10,000 से लेकर ₹12,000 तक बेच सकते हो।
इसमें बहुत मुनाफा कमा सकते है। आप हर एक ₹8000–₹9000 प्रति बकरी कमा सकते है।
देखा जाये तो 1 साल में ₹1 लाख+ तक कमा सकते है।
राकेश कुमार की कहानी – गांव से शुरू किया लाखों का बकरी पालन व्यवसाय
राकेश कुमार, जो हरियाणा के झज्जर जिले के सिवाना गांव के रहने वाले हैं, पहले टेंट का काम करते थे।
आप तो जानते है 2019 में लॉकडाउन का दौर था। उस दौरान काम बंद होने के कारण उन्होंने साल 2021 में बकरी पालन का फैसला लिया।
शुरुआत में उन्होंने 29 सिरोही नस्ल की बकरियां खरीदी, और आज उनके पास 350 से अधिक बकरियां हैं।
शेड निर्माण की जानकारी – Goat Farm Shed Design
- इस बिजनेस के लिए आपको जगह जो चाहिए वो 1.5 कनाल मतलब लगभग 7500 स्क्वायर फीट की जगह।
- शेड साइज आपको 110 फ़ुट लंबा × 24 फ़ुट चौड़ा इतना बड़ा शेड चाहिए।
- उंचाई: बीच में 12 फ़ुट (वेंटिलेशन के लिए ज़रूरी)
- कुल लागत: ₹5.5 लाख (स्थानीय सामग्री और पुराने टेंट का उपयोग कर लागत घटाई)
- सर्दियों में टेंट से कवर किया गया
- PVC पाइप और जाली से बने फीडर व ड्रेनेज सिस्टम
नस्ल की जानकारी – सिरोही बकरी क्यों बेस्ट है?
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विशेषता | सिरोही बकरी |
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वजन | 30–35 किलो (6 महीने में) |
प्रजनन | 2 बच्चे प्रति साल |
दूध उत्पादन | सीमित, लेकिन मांस के लिए उपयुक्त |
ग्रोथ | तेज़, 6 महीने में मार्केट रेडी |
लचीलापन | हर मौसम में अनुकूल |
सिरोही नस्ल की बकरियां ऊंची झाड़ियों और पेड़ों तक पहुंच सकती हैं, जो उन्हें भारत के ज़्यादातर क्षेत्रों में पालने लायक बनाती है।
गोट फार्मिंग करके महीने के लाखो कैसे कमाए। इस वीडियो में देखे।
लागत और कमाई – Goat Farming Cost and Profit Analysis
10 बकरियों से शुरुआत.
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खर्च का विवरण | राशि (₹) |
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10 प्रेग्नेंट सिरोही बकरियां @ ₹22,000 | ₹2,20,000 |
फीडिंग (₹400/महीना × 10 बकरियां × 6 महीने) | ₹24,000 |
दवा, टीकाकरण, देखभाल | ₹5,000 |
लेबर और चराई | ₹6,000 |
कुल लागत | ₹2,55,000 |
6 महीने बाद रिटर्न
- बिक्री मूल्य (10 बकरियां × ₹11,000) = ₹1,10,000
- यदि हर बकरी से 2 बच्चे पैदा हुए, यानी 20 बच्चे
- 20 बच्चे × ₹10,000 (6 महीने बाद बिक्री) = ₹2,00,000
- कुल रेवेन्यू = ₹3,10,000
- मुनाफा = ₹3,10,000 – ₹2,55,000 = ₹55,000 (6 महीने में)
1 साल में ₹1.1 लाख तक मुनाफा
नया फार्मर क्या ध्यान दे?
- प्रेग्नेंट बकरी ही खरीदें – बेहतर हो कि बकरी 1 से 2 महीने में बच्चा देने वाली हो।
- दोनों थन सही होने चाहिए – दूध और प्रजनन के लिए ज़रूरी है।
- उम्र – 1.5 से 2 साल की बकरियां खरीदें।
- स्वास्थ्य जांच – बकरी के नाखून, खुर, आंखें, वजन देख लें।
- नस्ल का चयन – सिरोही, बीटल, जमुनापारी आदि की मांग ज़्यादा है।
चराई और एक्सरसाइज – क्यों ज़रूरी है?
- बकरियों को रोजाना चराना चाहिए।
- इससे:
- फीडिंग लागत कम होती है।
- बकरियों को नेचुरल मेडिसिन मिलती है (नीम, कीकर आदि खाकर)
- बीमारी की संभावना घटती है।
- एक्सरसाइज से पैर मज़बूत होते हैं।
- 1 किलोमीटर के दायरे में जंगल या चारागाह हो तो फायदेमंद
फीडर और जुगाड़ सिस्टम
राकेश जी ने दो तरह के फीडर उपयोग किए
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पुराना फीडर | नया फीडर |
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लोहे का बना, ₹5000 लागत | PVC पाइप का, ₹3000 लागत |
छोटा बच्चा चढ़कर गंदा कर देता था | डिज़ाइन ऐसा कि बच्चा चढ़ न सके |
सिर्फ 20 बकरियां खा सकती थीं | 40 बकरियां एक साथ खा सकती हैं |

बकरी के साथ मुर्गी पालन – Double Benefit Model
- शेड में 10–15 देसी मुर्गियां पाली जाती हैं
- फायदा:
- अंडे और चिक्स से अलग आमदनी
- बकरियों के वेस्टेज फीड को खा लेती हैं
- कीड़े–मकोड़े खाकर वातावरण साफ करती हैं
इसे Integrated Farming Model कहा जाता है
मार्केटिंग और बिक्री – Goat Sale Tips
- स्थानीय मंडियों में बिक्री करें
- बकरी ईद या त्यौहार के समय कीमत दोगुनी हो सकती है
- सोशल मीडिया/व्हाट्सएप ग्रुप पर लाइव वीडियो शेयर करें
- स्थानीय कसाई और मीट शॉप से संपर्क रखें
- अगर बच्चे बेच रहे हैं, तो 6 महीने के वजन का ध्यान रखें (25–30 किलो)
लाइसेंस और सरकार की स्कीम्स
- ग्राम पंचायत से NOC
- पशुपालन विभाग से रजिस्ट्रेशन
- PM किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के तहत लोन
- सरकार से 33% तक की सब्सिडी – NABARD स्कीम
निष्कर्ष: क्या बकरी पालन फायदे का सौदा है?
बिलकुल! अगर आप सही नस्ल चुनते हैं, प्रॉपर शेड बनाते हैं और नियमित देखभाल करते हैं तो बकरी पालन से लाखों की कमाई की जा सकती है।
राकेश कुमार जैसे किसान ने सिर्फ 29 बकरियों से शुरू करके आज 350 बकरियों तक का सफर तय किया। उनका मॉडल न सिर्फ कम लागत वाला है बल्कि देश के किसी भी हिस्से में अपनाया जा सकता है।
FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q. 1: क्या बकरी पालन के लिए जमीन ज़रूरी है?
हाँ, कम से कम 0.5 एकड़ जमीन शेड और चराई के लिए होनी चाहिए।
Q. 2: सिरोही बकरी की कीमत क्या है?
₹20,000 से ₹25,000 प्रति प्रेग्नेंट बकरी।
Q. 3: क्या बकरी पालन शहरों में किया जा सकता है?
हाँ, लेकिन जगह और फीडिंग का पूरा इंतज़ाम जरूरी है।
Q. 4: क्या बकरी बीमार हो जाती है?
हाँ, लेकिन समय पर टीकाकरण और चराई से बचाव संभव है।
Q. 5: क्या बकरी पालन में नुकसान भी होता है?
अगर देखभाल सही न हो, बीमारियां लग जाएं या मार्केटिंग न हो पाए तो नुकसान संभव है।
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