Village Business Ideas। गांव में ये 10 बिजनेस बहुत चलेंगे ।
नमस्कार दोस्तों, Village Business Ideas। गांव में ये 10 बिजनेस बहुत चलेंगे । इस ब्लॉग में आपका स्वागत है।

गांव में बिजनेस शुरू करना क्यों ज़रूरी है
इस Village Business Ideas आर्टिकल में हम आपको 10 ऐसे बिजनेस आइडिया देने जा रहे हैं भारत की लगभग 70% पॉप्युलेशन गांवों में रहती करती है। यहां लोगों के पास रिसोर्सेस की कमी होती है लेकिन मेहनत करने की कोई लिमिटेशन नहीं होती। आजकल गांवों में भी लोग नौकरी की बजाय खुद का काम करना चाहते हैं। लेकिन सबसे बड़ी प्रॉब्लम होती है – कौन-सा बिजनेस शुरू करें?
इस आर्टिकल में हम आपको 10 ऐसे बिजनेस आइडिया देने जा रहे हैं जिन्हें आप कम लागत, कम रिस्क और सम्मान के साथ अपने गांव में ही शुरू कर सकते हैं। ये आइडियाज प्रैक्टिकल हैं और कई जगह पहले से सफल हो चुके हैं।
सरकारी कार्यालयों में सप्लाई बिजनेस (Government Supply Business via GeM Portal)
क्या है यह बिजनेस?
गांवों में पंचायत, ब्लॉक, या तहसील कार्यालयों में जो भी सामान इस्तेमाल होते हैं इसकी डिमांड कायम है भले कोई भी टेक्नोलॉजी आये ये कायम चलता रहेंगा। जैसे, स्टेशनरी, फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक सामान, इंटरलॉकिंग ब्रिक्स, आरसीसी पाइप्स, सीमेंट वगैरह। इनकी खरीदारी सीधे बाज़ार से नहीं होती, बल्कि सरकारी नियमों के तहत टेंडर या GeM पोर्टल के माध्यम से की जाती है। इसलिए यहाँ आपको प्रॉफिट जरूर मिलेगा।
आप कैसे कर सकते हैं यह काम?
आगर आपको यहाँ कामा करना है तो, GeM (Government e-Marketplace) पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करें। आप एक वेंडर बनकर सरकारी विभागों को सामान सप्लाई कर सकते हैं। आपको अपने ब्लॉक या पंचायत में अधिकारियों से संपर्क में रहना होगा। यह बिजनेस बार-बार मिलने वाले ऑर्डर और भरोसे पर टिका होता है। अगर आप यहाँ ट्रस्ट बिल्ड करते हो तो आप बहुत आगे तक जा सकते हो।
लागत और मुनाफा
आपको यहाँ लागत एकदम कमी है क्यूंकि यहाँ कोई भी बड़ी मशीन्स की जरुरत नहीं होती। और यहाँ आपको कमाई भी ठीकठाक है जैसे की, हर डील पर 10-20% तक मुनाफा आगे जाकर आपका मुनाफा शायद बढ़ भी सकता है।
सेनेटरी पैड मेकिंग यूनिट (Sanitary Pad Manufacturing Unit)
समस्या क्या है?
आज भी ग्रामीण भारत की 50% महिलाएं सेनेटरी पैड्स का इस्तेमाल नहीं करतीं। ये एक सोचने वाली बात है। देखा जाये तो यहाँ बिजनेस बन सकता है। और एक बड़ा प्रॉब्लम भी सॉल्व्ह हो सकता है।
इसके पीछे के मेन रीजन्स क्या है।
पहली बात तो गावों में जागरूकता की कमी है। और ब्रांडेड पैड्स की महंगी कीमत भी बहुत ज्यादा है। यहाँ आप हेल्प भी कर रहे हो और कमा भी रहे हो।
प्रोब्लेम्स का सोलुशन कैसे दे सकते हैं आप?
एक लो-कॉस्ट सेनेटरी पैड मशीन खरीदें। अगर आप ठीक से रिसर्च करेंगे तो आपको जरुर मिलेंगे। गांव की महिलाओं को जोड़कर उनके माध्यम से पैड्स की बिक्री करें। और साथ ही उन्हें जागरूक भी बनाएं।
इससे क्या लाभ होगा?
ये एक इतना बड़ा और अच्छा काम है की, महिलाओं को रोजगार मिलेगा और सामाजिक जागरूकता फैलेगी। इसके साथ-साथ आपकी कमाई होगी।
लागत और मुनाफा कितना?
यहाँ आपको मशीन्स की लागत ₹50,000 से ₹1 लाख तक है। ₹5-10 प्रति पैड, बड़े स्केल पर अच्छा प्रॉफिट है। यहाँ आपको प्रॉफिट कंटिन्युअस है।
गांव के प्रोडक्ट्स की डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी (Digital Marketing Agency for Local Products)
यहाँ समस्या क्या है?
गांवों में बनते हैं बेहतरीन प्रोडक्ट्स जैसे, देसी घी, अचार, अगरबत्ती, मुरब्बा, झाड़ू आदि इसकी बहुत डिमांड बहुत है। और अगर इन सभी चीजों को आप ठीक से देखेंगे तो यहाँ बिजनेस तो है। लेकिन उन्हें कोई ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म या मार्केटिंग की समझ नहीं होती।
आपका रोल क्या होगा?
Amazon, Flipkart या WhatsApp मार्केटिंग के जरिए उन्हें देशभर में बेचने में मदद करें। आप कमिशन या ऑर्डर के हिसाब से फीस ले सकते हैं। यहाँ कमाने का मौका तो है।
लागत और मुनाफा कितना है?
यहाँ आपको लागत एक लैपटॉप, इंटरनेट, बेसिक स्किल ये सब जरुरी है। और यहाँ कमाई हर ऑर्डर पर ₹20 से ₹200 तक है। मतलब कमाई का मौका तो ये है।
रजाई-गद्दा सिलाई और मरम्मत यूनिट (Quilt & Mattress Stitching and Repair Unit)
क्यों है यह एक अच्छा आइडिया?
गांवों में रजाई, गद्दे, तकिया, कंबल की सिलाई और मरम्मत की बहुत ज़रूरत होती है।
सर्दियों और शादी के सीजन में काम दोगुना हो जाता है। बस आपको मार्केट देखकर काम करना है। फायदा है।
कैसे शुरू करें?
पहले आप सिलाई मशीन ख़रीदे। पुरानी रजाई वगैरह को रिपेयर करने की ट्रेनिंग लें। और गांव में मार्केटिंग करे। आपको जरूर फायदा मिलेगा।
लागत और मुनाफा कितना है?
यहाँ आपको ज्यादा लागत नहीं है पर ₹15,000 से ₹30,000 तक है। और यहाँ कमाई ₹200 से ₹500 प्रति ऑर्डर।
गांव में बजनेस्स शुरू करना है तो ये वीडियो देखिए |
सोलर एनर्जी प्रमोशन बिजनेस (Solar Awareness and Commission-based Sales)
क्या है स्कोप?
क्या आप जानते है की, भारत सरकार सोलर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी देती है। लेकिन गांवों में इसकी जानकारी बहुत कम है। अगर आप इन सभी टॉपिक्स पर रिसर्च करते है तो, लेकिन गांवों में इसकी जानकारी बहुत कम है। इसका मार्केट समझो और काम करो जरूर रिजल्ट मिलेगा।
आप क्या कर सकते हैं?
किसी सोलर कंपनी के डीलर या एजेंट बनें। PM Surya Ghar Yojana और सोलर पंप स्कीम की जानकारी दें। किसानों को सोलर लगाने में मदद करें। कमीशन पाएं। तो आज से ही शुरू करे।
लागत और मुनाफा
यहाँ आपको एक अच्छी खबर ये है की। यहाँ आपको लागत लगभग शुन्य है। और कमाई तो बहुत है जैसे, ₹5,000 से ₹25,000 प्रति इंस्टॉलेशन तक।
देसी ब्रांडिंग के साथ आटा और चावल सप्लाई बिजनेस (Local Flour & Rice Branding and Supply)
आइडिया क्या है?
गांव के किसान अक्सर गेहूं और धान खुद उगाते हैं। आप उनसे सीधा अनाज खरीदकर बिजनेस बना सकते है जैसे, गेहूं का आटा बनाएं। धान को चावल में प्रोसेस करें। फिर शहर में देसी ब्रांडिंग करके बेचें।
कैसे करें ये सब?
एक लोकल मिल से अनाज पिसवाएं। साधारण पैकिंग करें (प्लास्टिक बैग्स में). शहर की किराना दुकानों में सप्लाई करें। यहाँ जरूर प्रॉफिट बनेगा।
लागत और मुनाफा
यहाँ लागत ₹20,000 से ₹50,000 तक है और कमाई ₹10-20 प्रति किलो तक मुनाफा पॉसिबल है। आप आराम से कमा सकते हो।
मोबाइल पशु चिकित्सा सेवा (Mobile Veterinary Service)
क्या है यह सेवा?
गांव में लगभग हर घर में गाय, भैंस या बकरी होती है।
लेकिन पशुओं के लिए डॉक्टर मिलना मुश्किल होता है।
आप कैसे सेवा दे सकते हैं?
Livestock Inspector या पैरावेट कोर्स करें। बाइक पर मेडिकल किट लेकर घरों में जाकर इलाज करें। राज्य सरकार की ट्रेनिंग स्कीम से भी लाभ उठाएं। अगर आप रिसर्च करके अगर इसे करते हो तो आपका फायदा तो है।
लागत और मुनाफा कितना है?
यहाँ कोर्स की फिस ₹10,000 – ₹25,000 तक है। और यहाँ कमाई ₹100 से ₹300 प्रति विज़िट + दवाएं अलग। मतलब कमाने का चांस तो है। जरूर ट्राय करे।
कंप्यूटर एज्युकेशन सेंटर (Computer Education Center)
क्यों ज़रूरी है?
आजकल हर माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे कंप्यूटर सीखें।
गांव में कंप्यूटर कोचिंग सेंटर बहुत कम होते हैं। जो आगे जाकर बहुत जरुरी है।
कैसे शुरू करें?
4-5 कंप्यूटर लगवाएं। खुद या किसी योग्य टीचर से पढ़वाएं। 3 महीने के बेसिक कोर्स चलाएं। यहाँ आपको बिजनेस बनाने का चांस तो है।
लागत और मुनाफा भी है। लागत है ₹1 लाख तक (कंप्यूटर + फर्नीचर) और ₹500 से ₹1000 प्रति स्टूडेंट प्रति महीना है। अगर आप क्वालिटी सर्व्हिस

डिजिटल सेवा केंद्र (Digital Seva Kendra / CSC)
कौन सी सर्व्हिसेस दे सकते हैं?
बिजली बिल जमा, आधार अपडेट, पीएम किसान योजना, सरकारी योजनाओं की जानकारी, बैंकिंग सर्विस। ये और भी डिजिटल सर्व्हिस आप दे सकते है। और यहाँ स्कोप तो ऑल टाइम है। यहाँ से आप कमा भी सकते है और इसके ब्रांचेस भी शुरू कर सकते हो।
कैसे शुरू करें ये बिजनेस?
CSC (Common Service Center) का लाइसेंस लें। इंटरनेट, प्रिंटर, बायोमेट्रिक मशीन, कंप्यूटर की व्यवस्था करें। और आप इसे शुरू कर सकते हो।
लागत और मुनाफा कितना है।
यहाँ आपको लागत लागत: ₹50,000 से ₹1 लाख तक है। और कमाई ₹5 से ₹50 प्रति सेवा + सरकारी इंसेंटिव तक। है मतलब कमाने का मौका तो है।
कस्टम टेंट हाउस और फोटो बूथ सेवा (Custom Tent House + Photo Booth Services)
क्या है खास इसमें ?
गांवों में शादी और प्रोग्राम में टेंट तो लगता ही है, अगर आप इसमें थीम डेकोरेशन और फोटो बूथ जोड़ दें तो कुछ हटके हो जाएगा। तो शायद ये बिजनेस अच्छा रिटर्न दे सकता हैं।
कैसे करें?
कस्टमर की पसंद के अनुसार थीम डिजाइन करें। यहाँ आपको बहुत स्कोप है। फोटो बैकड्रॉप, लाइटिंग, स्टाइलिश कुर्सियों का प्रयोग करें। प्रोग्राम के हिसाब से पैकेज बनाएं। अगर आप इस बिजनेस में क्वालिटी देते हो तो आप यहाँ कमा सकते हो।
लागत और मुनाफ कितना है
यहाँ आपको लागत ₹1 लाख से ₹2 लाख (टेंट, डेकोरेशन आइटम्स) तक है। पर यहाँ आपको कमाई का चांस तो है ₹10,000 से ₹50,000 प्रति फंक्शन। यहाँ बिजनेस बन सकता है।
यहाँ आप क्या सीखे? (Conclusion)
गांव में रहकर भी इज्जत के साथ कमाया जा सकता है।
जरूरत है तो बस सही दिशा और जानकारी की।इन 10 बिजनेस आइडियाज में से अगर कोई भी आइडिया आपको पसंद आया हो तो कमेंट जरूर करें।
ध्यान रखें दोस्तों
कोई भी बिजनेस शुरू करने से पहले संबंधित स्थानीय नियमों का पालन करें, प्रॉपर ट्रेनिंग लें और किसी एनालिस्ट की सलाह ज़रूर लें। अगर आप चाहते हैं कि हम इन आइडियाज में से किसी एक पर डिटेल्ड गाइड बनाएं – मशीन, निवेश, ट्रेनिंग, मार्केटिंग – तो हमें बताएं।